आखिर किसने कहा गैरसैंण में ज़मीन का मालिक बन जाने की घोषणा कर मुख्यमंत्री ने गलत किया
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी का मानना है कि स्वंतत्रता संग्राम की 73वीं वर्षगांठ पर  ग्रीष्म कालीन राजधानी गैरसैंण में ज़मीन का मालिक बन जाने की घोषणा कर माननीय मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ख़राब उदाहरण पेश किया। 

पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पी. सी. तिवारी ने कहा कि उत्तरखंड राज्य आंदोलन के मंशा यह नहीं थी कि हमारे नेता ऐसा प्रदर्शन करें कि जहां उनकी ज़मीनें हैं वहीं उत्तराखंड की राजधानी भी होगी। उन्होंने कहा क्रि अगर कुछ देर के लिए इसे सच भी मान लिया जाए तो भी जनता यह नहीं चाहेगी कि उनका नेतृत्व करने वाले राजनेता उनके इलाकों, गांवों का हित छोड़कर महानगरों - राजधानियों की शोभा बढ़ाएं और आम लोग शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहते हुए भी उनकी जय जयकार करें। 

उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी यह नहीं चाहती कि मुख्यमंत्री की इस घोषणा से प्रेरणा लेकर राज्य के राजनेता, नौकरशाह व साधन संपन्न सभी लोग राजनीतिक पर्यटन व अपनी हैसियत दिखाने के लिए गैरसैंण में भी ज़मीनों के मालिक बनने की कोशिश करें। पर मुख्यमंत्री घोषणा तो ऐसी प्रवृत्तियों को प्रोत्साहित करेगी।

तिवारी ने कहा हम चाहते हैं कि स्थाई राजधानी को लेकर पिछले 20 वर्षों से चल रही हल चल एवं जनता को गुमराह करने की सियासत ख़त्म होनी चाहिए।